अब प्री प्राइमरी शिक्षकों के लिए अलग से सीटीईटी परीक्षा कराई जाएगी एनसीटीई ने 2025 में बड़ा अपडेट जारी करते हुए कहा है कि अब प्री प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए अलग से सीटीईटी परीक्षा आयोजित कराई जाएगी। सीबीएसई द्वारा आयोजित होने वाली इस परीक्षा के माध्यम से देशभर में 3 से 6 वर्ष के बच्चों को पढ़ाने के लिए योग्य शिक्षकों का चयन किया जाएगा। अब तक केवल कक्षा 1 से 8 तक के लिए ही सीटीईटी होता था, लेकिन एनईपी 2020 के अनुसार अब प्री प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती में पारदर्शिता और गुणवत्ता लाने के लिए अलग सीटीईटी जरूरी किया गया है। इससे उन युवाओं को बड़ा मौका मिलेगा जो नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी कक्षाओं में शिक्षक बनना चाहते हैं।

एनसीटीई कर रही सीटेट परीक्षा में बड़ा बदलाव
सीटेट परीक्षा में बदलाव को लेकर एक बड़ा विषय बना हुआ है और सीटेट अपनी शुरुआत से ही अभी तक सबसे बड़े बदलाव की कगार पर पहुंच चुका है हालांकि एनसीटीई और सीबीएसई दोनों ने मिलकर इस खबर की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है परंतु विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक सीटेट अब दो स्टार की बजाय पूरे चार स्तरों पर किया जाएगा और इसका प्रारूप तैयार किया जा रहा है इस नए प्रारूप के चलते प्राइमरी लेवल से पहले प्री प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए भी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा कराई जाने को लेकर चर्चा जोरों से चल रही है।
एनसीटीई अधिनियम 2025 से होंगे बड़े बदलाव
मीडिया रिपोर्ट्स का मानना है की केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 2025 आगामी एनसीटीई अधिनियम के प्रभाव से कई विभिन्न लेवल पर पुनर्गठित होगी और ऐसे में अगर इसे लागू किया जाता है तो शिक्षकों की पूरी प्रक्रिया ही चेंज हो जाएगी सीटेट परीक्षा में इस बड़े बदलाव की तैयारी एनसीटीई और सीबीएसई के जरिए संयुक्त रूप से की जा रही है जहां पहले दो लेवल पर परीक्षा आयोजित होती थी अब इसे बदलकर सीनियर लेवल से लेकर प्री प्राइमरी लेवल तक बढ़ा दिया गया है अब प्री प्राइमरी में शिक्षकों के लिए भी सीटेट परीक्षा आयोजित कराए जाने की तैयारी चल रही है जिसे सीबीएसई के द्वारा संपन्न किया जाएगा।
एनसीटीई के नए आदेश में क्या कहा गया है?
एनसीटीई के आदेश के मुताबिक, देशभर के स्कूलों में प्री प्राइमरी स्तर पर बालवाटिका शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीईटी अनिवार्य होगा। इसके लिए सीबीएसई द्वारा अलग से सीटीईटी परीक्षा आयोजित कराई जाएगी, जिसमें वे अभ्यर्थी पात्र होंगे जिन्होंने प्री प्राइमरी टीचर ट्रेनिंग कोर्स या डी.ई.सी.ई.ई. या बालविकास में डिप्लोमा किया होगा। यह कदम देश में प्रारंभिक शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 में बाल वाटिका को महत्व
NEP 2020 में बाल वाटिका को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है जिसमें तीन से 6 साल तक के बच्चे शामिल हैं इन बच्चों को लेकर एनसीटीई एक बड़ा बदलाव करने जा रही है और अब प्री प्राइमरी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित करने को लेकर प्रारूप जारी किया गया है बता दे सीटेट परीक्षा में अब पूरे 4 लेवल निर्धारित हुए हैं जिसकी तैयारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीबीएसई द्वारा प्री प्राइमरी प्राइमरी अपर प्राइमरी और सीनियर सेकेंडरी शिक्षकों के लिए भी अब सीटेट परीक्षा का आयोजन होगा।
स्टेट परीक्षा में यह बड़ा बदलाव क्यों?
सीटेट परीक्षा में है बड़ा बदलाव शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और उसे सुधारने के लिए सीबीएसई तथा एनसीटीई के द्वारा किया जा रहा है अब परीक्षा को चार स्तरों में विभाजित करके शिक्षकों की भूमिका के साथ अधिक सटीक रूप से संरक्षित करने विशेष रूप से उच्च कक्षाओं के लिए और प्रारंभिक बाल्यावस्था प्राथमिक उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक स्कूलों में बच्चों की शिक्षा के लिए विभिन्न प्रमाण पत्र देकर अध्यापकों की भूमिका को और ज्यादा विशेष बनाना है।
परीक्षा का प्रारूप कैसा होगा?
प्री प्राइमरी सीटीईटी परीक्षा का सिलेबस अलग होगा जिसमें बाल मनोविज्ञान, प्रारंभिक भाषा शिक्षा, गणितीय अवधारणाएं, खेल और गतिविधि आधारित शिक्षण पर प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में कराए जाने की संभावना है। समय अवधि 2 घंटे की होगी और इसमें 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। जल्द ही सीबीएसई इसके लिए विस्तृत नोटिफिकेशन जारी करेगा।
किन्हें मिलेगा आवेदन का मौका?
इस परीक्षा में वे सभी अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे जिन्होंने मान्यता प्राप्त संस्थान से प्री प्राइमरी या नर्सरी टीचर ट्रेनिंग पूरी कर ली है और जिनकी आयु 18 वर्ष से ऊपर है। अभ्यर्थी ctet.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
ऑफिशियल लिंक और जानकारी
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